गुवाहाटी, असम – उत्तर पूर्वीय भारत का प्रवेश द्वार
गुवाहाटी या गोहाटी वैसे तो कोई खास पर्यटक स्थल नहीं है। मुझे नहीं लगता कि ज्यादातर लोग यहां पर घूमने आते होंगे, सिवाय उन...
उडुपी का श्री कृष्ण मठ भक्तों का लोकप्रिय मंदिर
भारत के पश्चिमी तट पर बसी उडुपी मंदिरों की नगरी है जो भक्तों का बड़े उत्साह से स्वागत करती है। यह एक परशुराम क्षेत्र...
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान के वन का आनंद उठाने के ५ प्रकार
सतपुड़ा के वनों के विषय में कवि भवानी प्रसाद ने सुन्दर उद्गार व्यक्त किये हैं, घने किन्तु उनिंदे। मैं उनसे पूर्णतः सहमत हूँ। लताओं...
माथेरान – महाराष्ट्र का एक विलक्षण पर्यटन स्थल
माथेरान, महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय सप्ताहांत गंतव्य। समुद्र तल से लगभग ८०० मीटर ऊँचाई पर पश्चिमी घाटों की गोद में बसा माथेरान मुंबई से...
कल्पा का किन्नर कैलाश – यहां सृष्टि भी स्तब्ध हो जाए
हिमाचल में सेबों की घाटी में रहते हुए अब हमें कुछ दिन हो चुके थे। अपने चारों ओर सेबों से लदे वृक्षों को देखने...
गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस पठन के ५ मुख्य उद्देश्य
मेरा ध्येय है कि मैं सदा मूल भारतीय ग्रंथों का ही पठन करूँ। इसी कड़ी में मैंने गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के पठन...
लद्दाख की महिला बौद्ध दैवज्ञ से एक अविस्मरणीय भेंट
लद्दाख ही नहीं, समूचा हिमालयीन क्षेत्र रहस्यों से परिपूर्ण प्रतीत होता है। पग पग पर हमारा सामना मायावी कथाओं एवं लोगों की विभिन्न आस्थाओं...
नृसिंह जयंती कैसे मनाई जाती हैं ब्रज भूमि में
वैष्णव संप्रदाय के अंतर्गत चार मुख्य जयंती व्रत एवं उत्सवों को अत्यधिक मान्यता दी गई है। यह चार जयंती व्रत क्रमशः है जन्माष्टमी, वामन...
बनारसी साड़ी का अद्भुत रूप और स्वरुप
बनारसी साड़ी – प्रत्येक भारतीय नारी का स्वप्न! लगभग सभी भारतीय नारी की अभिलाषा होती है कि उसके पास कम से कम एक बनारसी...
अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर एवं कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान
होरनाडु, प्रकृति की गोद में स्थित एक मनमोहक व अत्यंत दर्शनीय गाँव है। यह कर्णाटक के चिकमगलुरु जिले के अंतर्गत, मुदिगेरे तालुका के अप्रतिम...