भारत के राष्ट्रीय चिन्ह – भारत के खोज की यात्रा
१५ अगस्त, १९४७ को भारत स्वतन्त्र हुआ तथा २६ जनवरी, १९५० को वह एक गणतंत्र राष्ट्र घोषित हुआ। इस काल में भारत को एक नवीन परिचय प्राप्त हुआ। इस नवीन परिचय को एक नवीन...
११ विशेष मंदिर प्रसाद जो खाए बिना आप नहीं रह सकते
सम्पूर्ण भारत के सभी मंदिरों में मिलने वाला प्रसाद एक दिव्य खाद्य है। सर्वप्रथम हम उस खाद्य पदार्थ को भगवान को अर्पित करते हैं। भगवान उस खाने को आशीष देते हैं, अभिमंत्रित करते हैं।...
गुवाहाटी, असम – उत्तर पूर्वीय भारत का प्रवेश द्वार
गुवाहाटी या गोहाटी वैसे तो कोई खास पर्यटक स्थल नहीं है। मुझे नहीं लगता कि ज्यादातर लोग यहां पर घूमने आते होंगे, सिवाय उन तीर्थयात्रियों के जो कामाख्या मंदिर के दर्शन करने आते हैं।...
गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस पठन के ५ मुख्य उद्देश्य
मेरा ध्येय है कि मैं सदा मूल भारतीय ग्रंथों का ही पठन करूँ। इसी कड़ी में मैंने गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के पठन का निश्चय किया। हम सब जानते हैं कि भारत के...
बॉलीवुड से २० सर्वोत्तम वर्षा गीत
गोवा में मानसून के मौसम में जब वर्षा होती है, तब वर्षा के गीत सहज ही अधरों पर आ जाते हैं। गोवा में वर्षा ऋतू में रिमझिम वर्षा नहीं, अपितु झमाझम वर्षा होती है,...
भारतीय रेल का इतिहास – भारतीय रेल के अनंत रुपनगुडी से एक चर्चा
अनुराधा गोयल: आज हम भारतीय रेल की यात्रा पर निकल रहे हैं। यह वास्तव में भारतीय रेलों की यात्रा है जिनके द्वारा मेरे जैसे असंख्य यात्रियों की अनेक यात्राएं पूर्ण हुई हैं। भारतीय रेलों...
प्राचीन भारत में यात्राएं कैसे करते थे लोग? -सुमेधा वर्मा ओझा
अनुराधा: नमस्ते। आज हमसे चर्चा करने के लिए हमारे साथ है, सुश्री सुमेधा वर्मा ओझा जी । सुमेधा जी एक भूतपूर्व भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी हैं। अतः उन्हें अर्थव्यवस्था, कर इत्यादि में तो निपुणता...
भारत के भारत माता मंदिर – भारत माता की गौरव गाथा
भारत में भारत माता के मंदिरों की संख्या गिनती के हैं तथा सभी अपेक्षाकृत नवीन हैं। किन्तु भारतीय इतिहास एवं सांस्कृति में उनकी जड़ें अत्यंत गहरी हैं।
भारती शब्द का आरंभिक संदर्भ ऋगवेद के आप्री...
भारत दर्शन करना चाहते हैं? लीजिये ये १२ अनोखे अनूठे अनुभव
भारत दर्शन या भारत भ्रमण स्वतः ही एक अद्भुत अनुभव है। भारत में इतनी विविधताएं हैं कि आप भ्रमण के विकल्प ढूँढते ढूँढते खो जायेंगे। भारत में ऐसी भी अनेक विशेषताएं हैं जिनके विषय...
देखिये भारतीय वास्तुकला के सर्वोत्तम अभियांत्रिकी अचम्भे
अभियांत्रिकी अचम्भे एवं भारत भ्रमण, इन दोनों को अब तक हमने क्या कभी जोड़कर देखा था। भारत देश की पहचान सदैव उसकी आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत रही है। यह भी सनातन सत्य है...