काशी की गलियां

शिल्प संग्रहालय – ट्रैड फैसिलिटेशन सेंटर (पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल)

विश्व की प्राचीनतम जीवंत नगरी वाराणसी में जब से नवनिर्मित ट्रैड फैसिलिटेशन सेंटर का क्रियान्वय हुआ है, तब से वह प्रशंसा का विषय बना हुआ है। यहाँ तक कि हमने भी अपनी ‘यात्रा सम्मलेन’...
गंगा घाट वाराणसी

वाराणसी के गंगा घाट भक्ति से ओतप्रोत

वाराणसी, गंगा नदी के तट पर बसा विश्व का प्राचीनतम नगर! वाराणसी का नाम लेते ही नेत्रों के समक्ष मनमोहक गंगा घाट एवं मंदिरों से अलंकृत एक अद्भुत आध्यात्मिक नगर का दृश्य प्रकट हो...
रामनगर दुर्ग - वाराणसी

गंगा तट पर रामनगर दुर्ग वाराणसी का एक दर्शनीय स्थल

काशी अथवा वाराणसी, बाबा विश्वनाथ की पवित्र नगरी, भगवान शिव जिसके राजा माने जाते हैं। काशी या वाराणसी की पावन नगरी में प्रतिवर्ष करोड़ों की संख्या में पर्यटक, दर्शनार्थी, तीर्थयात्री एवं भक्तगण आते हैं।...
काशी नवरात्रि नवदुर्गा यात्रा

काशी की नवरात्रि नवदुर्गा यात्रा

नवदुर्गा यात्रा! स्कन्द पुराण के काशी खंड में लिखा है कि हमें नवरात्रि में नवदुर्गा यात्रा करनी चाहिए, विशेषतः शरद नवरात्रि में जो आश्विन मास में आती है। अतः, इस समय जब मैं काशी...
काशी विश्वनाथ शिवलिंग

काशी विश्वनाथ मंदिर काशी यात्रा का केंद्र बिंदु

काशी विश्वनाथ मंदिर अनेक तीर्थ यात्राओं का केंद्र बिंदु है। हृदय है। भारत में स्थित भगवान शिव के १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक, काशी विश्वनाथ मंदिर को सर्वाधिक महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग माना जाता है। वाराणसी...
सोना रूपा या ज़री

सोना रूपा कलाबत्तू – वाराणसी की लोकप्रिय ज़री बुनाई

रेशमी साड़ियाँ स्त्रियों में अत्यंत लोकप्रिय हैं। इनकी कोमलता, सौम्य कांति तथा विविधता सदियों से स्त्रियों को आकर्षित करती रही हैं। उन पर किया गया ज़री का काम उनकी शोभा को द्विगुणीत कर देता...
नृसिंह लील के मुखौटे

नृसिंह जयंती कैसे मनाई जाती हैं ब्रज भूमि में

वैष्णव संप्रदाय के अंतर्गत चार मुख्य जयंती व्रत एवं उत्सवों को अत्यधिक मान्यता दी गई है। यह चार जयंती व्रत क्रमशः है जन्माष्टमी, वामन जयंती, राम नवमी और नृसिंह जयंती। वैष्णव संप्रदाय के सिद्धांत...
लाल रंग की पारंपरिक बनारसी साडी

बनारसी साड़ी का अद्भुत रूप और स्वरुप

बनारसी साड़ी – प्रत्येक भारतीय नारी का स्वप्न! लगभग सभी भारतीय नारी की अभिलाषा होती है कि उसके पास कम से कम एक बनारसी साड़ी अवश्य हो। विशेषतः उत्तर भारत में विवाह समारोहों तथा...
वसंतोत्सव पर बसंती कमरा, शाहजी मंदिर, वृन्दावन

बसंत पंचमी कैसे मनाई जाती है ब्रज में!

ब्रज में बंसंत पंचमी सदा बसंत रहत वृंदावन पुलिन पवित्र सुभग यमुना तट।। जटित क्रीट मकराकृत कुंडल मुखारविंद भँवर मानौं लट। ब्रज में यूं तो ऋतुओं की भरमार है किंतु एक ऋतु ऐसी है जो ब्रज में...
फूल बंगला के लिए फूल

फूल बंगला प्रथा ब्रज के मंदिरों का ग्रीष्मकालीन उत्सव

मानवी चेतना के आरंभ से मनुष्य प्रकृति के विभिन्न रूपों की आराधना करता आ रहा है। मनुष्य ने अपनी कल्पना में प्रकृति के अनेक दैवी रूपों को प्रकट किया है। देव सदृश प्रकृति की...

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