सातारा के पर्यटन स्थल – धरोहर, झरने, जैवविविधता और सरोवर
सातारा शहर के परिदृश्य
सातारा सात पहाड़ियों से घिरा हुआ नगर है। महाराष्ट्र में बसे इस छोटे से नगर की परिधि निर्धारित करने वाले ये सात पहाड़ उसे उसका नाम प्रदान करते हैं – सातारा।
लाक्षणिक...
माथेरान – महाराष्ट्र का एक विलक्षण पर्यटन स्थल
माथेरान, महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय सप्ताहांत गंतव्य। समुद्र तल से लगभग ८०० मीटर ऊँचाई पर पश्चिमी घाटों की गोद में बसा माथेरान मुंबई से ९० किलोमीटर तथा पुणे से १२० किलोमीटर दूर है। मुंबई...
मुम्बा देवी की मुंबई – नगर के प्राचीन मंदिरों की यात्रा
अनुराधा गोयल – मुंबई निवासी भरत गोठोसकर मेरे घनिष्ठ मित्र हैं जो मुंबई के धरोहरों से सम्बंधित मेरी सभी जिज्ञासाओं को सहर्ष व अविलम्ब शांत करते रहते हैं। हमारी प्रथम भेंट पर वे मुझे...
भीमाशंकर मंदिर पुणे के निकट एक प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग
हिन्दू धर्म में पुराणों के अनुसार कुल बारह ज्योतिर्लिंग हैं जिनमें से तीन ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में स्थित हैं। भीमाशंकर मंदिर उन तीन ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कुछ वर्षों पूर्व जब मैं पुणे नगर...
प्राचीन कान्हेरी गुफाएं मुंबई के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में
मुझे जब कान्हेरी गुफाओं के विषय में जानकारी प्राप्त हुई थी, उसके पूर्व मुंबई के भीतर स्थित इन अद्भुत प्राचीन ऐतिहासिक गुफाओं के विषय में मैंने ना तो पढ़ा था, ना ही सुना था।...
सोपारा: मुंबई के पास स्थित मंदिर, पोत, तीर्थ एवं पर्यटक स्थल
मुंबई भारत की वित्तीय राजधानी है। लोकप्रिय मान्यता यह कहती है कि मुंबई महानगर के यशस्वी इतिहास का आरंभ औपनिवेशिक काल के साथ होता है। किन्तु वास्तविकता यह है कि केवल आज के आधुनिक...
कोल्हापुर – महाराष्ट्र के सांस्कृतिक केंद्र के दर्शनीय स्थल
मेरे लिए कोल्हापुर का अर्थ था, कोल्हापुर का प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुरी चप्पल, तीखी लाल मिर्च तथा लावणी नृत्य। इससे पूर्व मैंने कोल्हापुर की यात्रा ‘डेक्कन ओडिसी’ नामक विशेष रेल यात्रा के एक भाग...
मुंबई स्थित कोलाबा के गिरजाघर – इतिहास का एक पन्ना ये भी
कोलाबा के गिरजाघर मुझे देखने को मिले जब डेक्कन ओडिसी से वापस लौटते हुए मेरे पास मुंबई के दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिये एक दिन था। मैं हमारे परिवार के मित्रों की आभारी...
महालक्ष्मी मंदिर – कोल्हापुर या करवीरपुर स्थित शक्ति पीठ
कोल्हापुर एवं महालक्ष्मी मंदिर, यह दो शब्द हम प्रायः एक ही श्वास में कह जाते हैं। किसी तीर्थयात्री की दृष्टी से देखें तो दोनों शब्दों का एक ही तात्पर्य है। कोल्हापुर की यात्रा करते...
कोपेश्वर मंदिर खिद्रापुर – एक अद्भुत वास्तुकला
महाराष्ट्र में कोल्हापुर के निकट, खिद्रापुर का कोपेश्वर मंदिर चालुक्य देवालय वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति है। कोपेश्वर मंदिर, तंजावुर के चोला मंदिरों अथवा खजुराहो के चंदेल मंदिरों की भान्ति प्रसिद्ध नहीं हो पाया है।...