तनोट माता मंदिर एवं काले डूंगर मंदिर – जैसलमेर के देवी मंदिर
भौतिक रूप से जैसलमेर अपने सुनहरे दुर्ग, भुतहा गाँवों तथा बालू के टीलों के लिए जाना जाता है। किन्तु यदि इस क्षेत्र के आध्यात्मिक आधार की चर्चा की जाये तो वह जैसलमेर के देवी...
हल्दी घाटी- महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास की गाथा
हल्दी घाटी! मेरे सम्पूर्ण शालेय जीवन में इतिहास की पुस्तकों के माध्यम से हल्दी घाटी मेरे मानस पटल पर छाई हुई है। महाराणा प्रताप एवं उनकी वीरता की गाथाओं पर हमने अनेक पुस्तकें पढ़ी...
थार मरुस्थल का चूरू – रंगों की छटा बिखेरता शेखावाटी नगर
चूरू राजस्थान का एक छोटा सा नगर है जो हरियाणा सीमा पर स्थित है। बीकानेर के निकट स्थित चूरू थार मरुभूमि में एक रमणीय मरूद्यान के समान है। लगभग १२वीं सदी में अस्तित्व में...
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के मंदिर – मीरा बाई की भक्ति स्थली
चित्तौड़गढ़ दुर्ग के भीतर अनेक मंदिर हैं जो दुर्ग में चारों ओर बिखरे हुए हैं। दुर्ग के भीतर ऐसा कोई स्थान नहीं है जहाँ मंदिर नहीं है। मुझे स्मरण नहीं कि मैं चित्तौड़गढ़ दुर्ग...
रणकपुर का जैन मंदिर उदयपुर से एक-दिवसीय यात्रा
राजस्थान की सरोवर नगरी उदयपुर से लगभग ९० किमी दूर स्थित रणकपुर एक मंदिर नगरी है। यह राजस्थान के पाली जिले में सदरी नगरी के निकट स्थित है। आप कुम्भलगढ़ एवं रणकपुर दोनों का...