Comments on: शांतिनिकेतन – रवींद्रनाथ ठाकुर का स्वप्निल विश्व भारती विद्यालय https://inditales.com/hindi/vishwa-bharti-shanti-niketan-west-bengal/ श्रेष्ठ यात्रा ब्लॉग Sun, 11 Oct 2020 12:14:49 +0000 hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.3 By: Anuradha Goyal https://inditales.com/hindi/vishwa-bharti-shanti-niketan-west-bengal/#comment-676 Sun, 11 Oct 2020 12:14:49 +0000 https://inditales.com/hindi/?p=2012#comment-676 In reply to प्रदीप खोपकर.

धन्यवाद प्रदीप जी

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By: प्रदीप खोपकर https://inditales.com/hindi/vishwa-bharti-shanti-niketan-west-bengal/#comment-675 Sun, 11 Oct 2020 12:11:24 +0000 https://inditales.com/hindi/?p=2012#comment-675 अनुराधा जी,
गुरूदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की कर्म स्थली शांतिनिकेतन के बारे में बहुत ही सुंदर आलेख । प्रकृति के सानिध्य में बैठकर अध्ययन करने की,गुरूदेव की संकल्पना,उनके कवि ह्रदय के प्रकृति प्रेम को दर्शाता है । वर्तमान आधुनिक दौर में भी उनकी यह संकल्पना आज भी जीवित है यह सुखद ही है !
साथ के वीडीयो में गुरूदेव की कालजयी रचना”एकला चालो रे” वहीं के ही एक बाउल गायक ने कर्णप्रिय सुरों में गाई है ।
यह एक विडम्बना ही हैं कि वर्षों पूर्व संग्रहालय से चोरी हुआ गुरूदेव रवीन्द्रनाथ जी का नोबेल पदक आज भी अप्राप्य हैं ।
सुंदर पठनीय आलेख हेतू साधुवाद !

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